जय राम जी की
बुधवार, 30 दिसंबर 2015
शनिवार, 29 अगस्त 2015
मेरा परिवार
मेरा परिवार की कहानी माता पिता से शुरुआत होती है. माता पिता से परिवार
की उत्पति होती है. माता-पिता से पुत्र-पुत्री और पुत्र-पुत्री वंश की आगे विकास की दिशा की गति अग्रसर होती रहती है. जब पति-पत्नी दोनों में आपस में मिलन पुत्र-पुत्री के प्राप्तियों से व्यक्ति अपने को परिवार का होना का परिचय हो जाता है.
परिवार से समुदाय का निर्माण होता हैं. एक समूह में दैनिक जीवन की आवश्यकताओ को पूरा करने में व्यक्ति समाज पर निर्भर रहता है.
बाकी समय मिलने पर अपडेट किया जाएगा !
परिवार से समुदाय का निर्माण होता हैं. एक समूह में दैनिक जीवन की आवश्यकताओ को पूरा करने में व्यक्ति समाज पर निर्भर रहता है.
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